Kaithal News: वैसे तो आमजन की सुरक्षा का जिम्मा पुलिस के हाथ में दिया गया है, लेकिन जब एक पुलिसकर्मी को ही न्याय के लिए भटकना पड़े, तो फिर हरियाणा पुलिस का सेवा-सुरक्षा और सहयोग का नारा देने का कोई फायदा नहीं. आपको बता दें कि मामला कैथल जिले का है, जहां गुंडाराज चल रहा है. मामला एक पुलिसकर्मी से जुड़ा हुआ है, जो जिले के शहर थाने में तैनात है. लेकिन हैरानी की बात ये है कि वारदात की जगह इसी थाने के अधीन आती है और यह पुलिस कर्मचारी भी इसी थाने में तैनात है. इसके बावजूद भी इसको न्याय नहीं मिल रहा, तो चलिए आपको बताते हैं आखिर पूरा मामला क्या है.
जानिए क्या है पूरा मामला?

दरअसल मामला 18 मई का है, यहां पुलिसकर्मी के दोनों बेटे शाम को शहर के रेलवे गेट सेट एक मोबाइल फोन की दुकान पर सामान वापस करने गए थे. जिसके बाद वहां पर कुछ नशेड़ी बदमाश खड़े थे जब वह साइड में पेशाब करने लगा तो उन्होंने एक लड़के को पकड़ लिया और उसके साथ मार पिटाई शुरू कर दी. तभी मोबाइल शॉप पर खड़े दूसरे भाई ने देखा कि कुछ बदमाश उसके भाई को मार रहे हैं तो वह भाई की मदद के लिए पास गया. इतने में बदमाशों ने उसके मुंह पर ईंट मार दी जिससे उसका चश्मा टूट गया, उसके बाद असलहे से उसकी टांग में गोली मारी दी.
घायल युवक के पिता को फोन कर जानकारी दी
तो वहीं इसके बाद बदमाशों ने घायल युवक के पिता को फोन कर मामले की जानकारी दी औऱ उसके बाद उन्होंने फोन को तोड़ दिया. जब पुलिसकर्मी फोन पर बताए गए स्थान पर पहुंचा तो पर वहीं कोई नहीं मिला. इसी दौरान किसी व्यक्ति ने बताया कि आपके दोनों बेटे खून से लथपथ खड़े हैं, इसके बाद पुलिसकर्मी भी उसी दुकान पर पहुंचा, वहां पुलिसकर्मी के बेटों की मोटरसाइकिल खड़ी थी. इतना ही नहीं बदमाश वहां पर आ गए और उनके साथ फिर से मारपीट करने लगे. पहले बदमशों ने पुलिसकर्मी पिता व बेटों पर पानी डाल-डाल कर पीटा, फिर घुटनों के बल चलवाया. लाचार पुलिसकर्मी बदमाशों के सामने हाथ जोड़ कर गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन उन्हें तरस नहीं आया.
बदमाशों ने दी जान से मारने की धमकी!
इतनी ही नहीं बदमाशों ने धमकी देते हुए कहा- अगर तुमने हमारी कोई एफआईआर दर्ज करवाई तो हम तुम्हें जिंदा नहीं छोड़ेंगे. इसके बाद बदमाशों ने पुलिसकर्मी की नाक रगड़वाई तब जाकर छोड़ा. मामले में पुलिसकर्मी ने बताया कि वहां पर एक विनोद ऊर्फ विनोदी नामक बदमाश है, उसने पहले भी पुलिस कर्मचारियों को पीटा था, इसके बाद पुलिसकर्मी की मृत्यु हो गई थी और उसे कोर्ट से सात साल की सजा भी हुई थी.
वारदात सीसीटीवी में कैद
तो वहीं ये वारदात वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद है, उसके बाद उसने अपने घायल बेटों का मेडिकल करवाया और शर्म के मारे इस घटना के बारे में किसी को नहीं बताया, क्योंकि वह बदमाशों की धमकी से डरे हुए थे. डॉक्टर ने उनके बेटों की गंभीर चोट को देखते हुए उनको रोहतक रेफर किया हुआ है, लेकिन बदमाशों के डर से वह घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं.
पुलिसकर्मी के बदमाशों से मिले होने के आरोप!
मामले में पुलिसकर्मी ने अपने ही थाने के पुलिस कर्मचारियों पर आरोपियों से मिली भगत के गंभीर आरोप लगाए हैं. इसके साथ ही जांच अधिकारी व एसपी ऑफिस की शिकायत शाखा में तैनात इंचार्ज भी उसके साथ दुर्व्यवहार कर रहा है. उसको बार-बार नौकरी से निकालने की धमकी भी दे रहे हैं. पुलिसकर्मी ने कहा- जब एक पुलिस कर्मचारी होते हुए भी उसके बेटों को गंडासी और देसी कट्टों के साथ गोली मार सकते हैं तो यहां आमजन की सुनवाई कैसे होगी. अब देखना होगा मामले में पुलिस कोई कार्वाई करती है या नहीं या फिर कैथल जिले में यूं ही गुंडाराज कायम रहेगा.